देश में 2024 के लोकसभा चुनाव बहुत करीब है। इसी बीच सभी राजनीतिक पार्टियों में टिकट को लेकर हलचल तेज हो गई है। और लगता है इस हलचल की गुंज गौतम गंभीर के कानों तक भी पहुंच गई है, कि शायद भाजपा इस बार के लोकसभा चुनाव में उनका पत्ता काटने वाली है। इसी के चलते गौतम गंभीर ने अपने राजनीतिक कर्तव्यों से छुटकारा पाने की इच्छा जाहिर की है।
गौतम गंभीर छोड़ रहे राजनीति!
पूर्वी दिल्ली से भाजपा सांसद और पूर्व भारतीय क्रिकेटर गौतम गंभीर ने शनिवार को X (पूर्व में ट्विटर) पर भारतीय जनता पार्टी (BJP) अध्यक्ष जेपी नड्डा से उन्हें अपने ‘राजनीतिक कर्तव्यों’ से मुक्त करने का अनुरोध किया है ताकि वह अपनी आगामी क्रिकेट प्रतिबद्धताओं पर ध्यान केंद्रित कर सकें। यह निर्णय उनके सक्रिय राजनीति से दूर जाने का प्रतीक है, जिसमें उन्होंने अपना ध्यान क्रिकेट की ओर पुनर्निर्देशित करने की इच्छा व्यक्त की, एक ऐसा खेल जिसे उन्होंने राजनीति में प्रवेश करने से पहले पूरे जुनून के साथ खेला था।
आईपीएल 2024 के लिए तैयार गौतम गंभीर!
कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) के पूर्व कप्तान गौतम गंभीर आगामी आईपीएल 2024 सीज़न के लिए मेंटर के रूप में टीम में वापसी कर रहे हैं। गंभीर, जिन्होंने 2012 और 2014 में केकेआर को जीत दिलाई, ने टीम के साथ अपना भावनात्मक जुड़ाव व्यक्त करते हुए कहा कि बैंगनी और सुनहरे रंग की जर्सी पहनना उनके लिए फिर से विशेष महत्व रखता है। गंभीर ने राजनीति पर क्रिकेट को प्राथमिकता देने का फैसला किया और केकेआर के साथ अपनी भूमिका पर ध्यान केंद्रित करने के लिए अपने राजनीतिक कर्तव्यों से मुक्त होने का अनुरोध किया है।
ट्विटर पर ट्रेंडिंग हुए गौतम!
राजनीति छोड़ने और अपनी क्रिकेट प्रतिबद्धताओं पर ध्यान केंद्रित करने के गौतम गंभीर के फैसले पर उनके प्रशंसकों की प्रतिक्रियाएं अलग-अलग हैं। कई लोग ट्विटर पर अपनी राय दे रहे है। गौतम गंभीर के ट्वीट पर एक व्यक्ति ने लिखा कि “लेकिन मैंने सुना है कि बीजेपी ने आपकी पार्टी विरोधी गतिविधियों के कारण आपको लोकसभा टिकट देने से इनकार कर दिया है, क्योंकि आप इसके लिए ममता शासित और शाहरुख खान की केकेआर का मार्गदर्शन कर रहे है और योगी की लखनऊ टीम को छोड़ दिया है।“ तो एक व्यक्ति ने लिखा, “आपने अब तक जो देश के लिए किया है, वो बहुत प्रेरणादायक है और मैं आपको भविष्य के लिए बधाई देता हूं।“
गौतम गंभीर ने राजनीति में कब कदम रखा?
गौतम गंभीर ने 22 मार्च, 2019 को राजनीति में प्रवेश किया, जब वो तत्कालीन केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली और रविशंकर प्रसाद की मौजूदगी में भाजपा में शामिल हुए। गौतम ने 2019 में पूर्वी दिल्ली से लोकसभा चुनाव जीतकर राजनीति में सफल शुरुआत की। वह दिल्ली में पार्टी का एक प्रमुख चेहरा बन गए। गौतम ने अरविंद केजरीवाल की सरकार में तत्कालीन शिक्षा मंत्री, आतिशी मार्लेना और अरविंदर सिंह लवली के खिलाफ 695,109 वोटों से चुनाव जीता था। गौतम दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के सबसे बड़े आलोचक भी है।